राजस्थान ने महंगाई में देशभर में शीर्ष स्थान पर रखी, शहरों में सब्जी-किराना के दामों में भी तेजी देखी

राजस्थान ने महंगाई में देशभर में शीर्ष स्थान पर रखी, शहरों में सब्जी-किराना के दामों में भी तेजी देखी

राजस्थान में महंगाई दरों में वृद्धि: महंगाई के तेज बढ़ते तांत्रिक रूप के बीच, राजस्थान ने जुलाई के महीने में अन्य राज्यों को प्राथमिकता दी है. राजस्थान में जुलाई महीने में महंगाई दर 9.66 फीसदी तक पहुंच गई है, जो अन्य राज्यों की तुलना में उच्च है. झारखंड दूसरे स्थान पर है जिसमें 9.16 फीसदी महंगाई दर है और तीसरे स्थान पर तमिलनाडु है जिसमें 9 फीसदी की महंगाई दर है.

महंगाई दरों में जून में राष्ट्रीय स्तर पर 4.9 फीसदी की थी। हालांकि, जुलाई में यह 7.4 फीसदी तक बढ़ गई है। इसमें सब्जियों और किराना के मूल्यों की वृद्धि का बड़ा योगदान माना जा रहा है। इन आंकड़ों को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने प्रकाशित किया है। इसके लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) का उपयोग किया जाता है, जिसमें कई मानकों पर आधारित होता है।

शहरी क्षेत्रों में महंगाई दर में राजस्थान का ग्रामीण क्षेत्र से अधिक है। देश में टॉप-3 राज्यों में शहरी महंगाई के मामले में राजस्थान 10.4 फीसदी के साथ दूसरे स्थान पर है। यह दर राजस्थान के पूरे महंगाई दर से अधिक है। उत्तराखंड पहले स्थान पर है जिसमें 10.5 फीसदी की महंगाई दर है और तीसरे स्थान पर ओड़िशा 9.9 फीसदी की महंगाई दर है। ग्रामीण क्षेत्रों में राजस्थान टॉप-3 राज्यों में नहीं है, जबकि झारखंड 9.9 फीसदी, तेलंगाना 9.7 फीसदी और हरियाणा में 9.5 फीसदी महंगाई दर है।

जुलाई में टमाटर और अदरक के भाव में उच्चतम स्तर पर वृद्धि हुई है। टमाटर की कीमत 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंची जबकि अदरक की कीमत 300 रुपये प्रति किलो तक बढ़ गई है। खाने-पीने की चीजों की कीमतों में वृद्धि के कारण जुलाई महीने में महंगाई दरों में वृद्धि हुई है। खुदरा महंगाई दर 7 फीसदी की बड़ी वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि थोक महंगाई भी जून के -4.12 फीसदी से बढ़कर 1.36 फीसदी तक पहुंच गई है। खाद्य महंगाई दर में भी वृद्धि दर्ज की गई है, जो 11.51 फीसदी तक पहुंची है। राजस्थान भी इस महंगाई से प्रभावित हो रहा है।

राजस्थान के साथ, देश के 12 राज्यों में भी महंगाई दर औसत की दर से अधिक है। राजस्थान में 9.66 फीसदी दर के साथ सबसे अधिक महंगाई दर है, तथा झारखंड में 9.16 फीसदी की दर है। जबकि मध्य प्रदेश में दर केवल 6.73 फीसदी है।

इसका मतलब है कि सांख्यिकी मंत्रालय हर महीने महंगाई दर का आकलन करता है और इस आधार पर आंकड़ों को प्रकाशित करता है। इस आंकलन में खुदरा महंगाई दर के आंकड़े शामिल होते हैं। जिसके अनुसार, जम्मू-कश्मीर में 4.98%, दिल्ली में 3.72%, हरियाणा में 8.38%, उत्तर प्रदेश में 8.13%, पश्चिम बंगाल में 5.96%, झारखंड में 9.16%, ओड़िशा में 8.67%, छत्तीसगढ़ में 6.05%, तमिलनाडु में 8.95%, तेलंगाना में 8.55% और हरियाणा में 8.38% महंगाई दर है।