डी2एम टेक्नोलॉजी: बिना इंटरनेट के वीडियो देखने का नया रास्ता

डी2एम टेक्नोलॉजी: बिना इंटरनेट के वीडियो देखने का नया रास्ता

हिंदी तकनीक: डी2एम टेक्नोलॉजी के बारे में आपने सुना है? इस नई तकनीक ने बिना इंटरनेट के ही वीडियो देखने का मार्ग प्रशस्त किया है. इस लेख में, हम जानेंगे कि डी2एम टेक्नोलॉजी क्या है और यह कैसे काम करती है.

भारतीय सरकार ने हाल ही में सांख्य लैब्स और आईआईटी कानपुर द्वारा विकसित डी2एम टेक्नोलॉजी का ट्रायल 19 शहरों में शुरू करने का एलान किया है. इस तकनीक का उपयोग करके मोबाइल यूजर्स बिना एक्टिव इंटरनेट कनेक्शन के अपने स्मार्टफोन पर वीडियो स्ट्रीम कर सकेंगे.

जून 2023 में, IIT-कानपुर ने एक वाइट पेपर जारी किया, जिसमें डी2एम ब्रॉडकास्टिंग की विवरणिका दी गई थी, जो सांख्य लैब्स और टेलीकॉम डेवलपमेंट सोसाइटी के सहयोग से विकसित की गई थी.

इस तकनीक का उपयोग कैसे काम करता है, इसकी समझ के लिए आपको जानकर हैरानी हो सकती है. डी2एम टेक्नोलॉजी वैसे ही काम करती है जैसे FM रेडियो. सिग्नल प्रेषित करने के लिए स्टेशन का उपयोग करती है और स्मार्टफोन और टैबलेट पर मल्टीमीडिया कंटेंट पहुंचाती है. यहां सिग्नल एक प्रसारण स्टेशन से टेलीविजन और रेडियो सिग्नल जैसे रिसीवर तक पहुंचते हैं.

डी2एम टेक्नोलॉजी का ट्रायल जल्द ही 19 शहरों में शुरू होने वाला है, जिससे यूजर्स को नई वीडियो स्ट्रीमिंग तकनीक का अनुभव हो सकता है, बिना किसी इंटरनेट कनेक्शन के.